शिक्षा किसी भी सभ्य समाज की नींव होती है, और एक आदर्श समाज में शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति के बहुमुखी विकास को सुनिश्चित करना होता है, ताकि उनमें मानवीय गुणों का पूर्ण विकास हो सके। शिक्षा न केवल समाज की प्रगति में सहायक होती है, बल्कि यह व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी सुदृढ़ करती है। इन्हीं उच्च आदर्शों को ध्यान में रखते हुए, हमने पंडित यज्ञ नारायण पी.जी. कॉलेज की स्थापना की है।
आज के दौर में, बाजारवाद के बढ़ते प्रभाव ने समाज के प्रत्येक व्यक्ति को मात्र एक उपभोक्ता बना दिया है। इस उपभोक्तावादी दृष्टिकोण के कारण व्यक्ति प्रकृति और समाज से अपनी मानवीयता को खोता जा रहा है। इस चुनौतीपूर्ण समय में, समाज को सकारात्मक दृष्टिकोण से जोड़ने और संतुलित विकास के लिए एक सशक्त शैक्षिक वातावरण की जरूरत है। पंडित यज्ञ नारायण पी.जी. कॉलेज और इसके समस्त संस्थान इसी दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं। हमारा उद्देश्य केवल उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना नहीं है, बल्कि छात्रों के चरित्र निर्माण में भी अपना योगदान देना है।
मैं क्षेत्र के अभिभावकों और जनता से आग्रह करता हूँ कि वे अपने बच्चों को हमारे संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने का अवसर प्रदान करें और समाज के इस महत्वपूर्ण विकास में हमारा साथ दें।
हमारे संस्थानों में उत्कृष्ट पठन-पाठन और उच्च स्तरीय परीक्षाफल के लिए मैं प्राचार्य, शिक्षकगण, छात्र, और समर्पित अभिभावकों को हृदय से धन्यवाद और बधाई देता हूँ। इन सभी के समर्पण और कड़ी मेहनत से ही हमारी यह सफलता संभव हो पाई है।