पंडित यज्ञ नारायण पी.जी. कॉलेज, लेटीफपुर, फूलपुर, प्रयागराज की स्थापना का उद्देश्य केवल एक शिक्षा संस्थान खड़ा करना नहीं था, बल्कि समाज को, विशेषकर ग्रामीण अंचल के लोगों को, एक नई दिशा और प्रगति की ओर अग्रसर करना था। शिक्षा किसी भी राष्ट्र की समृद्धि का मूल आधार है, जो समाज और राष्ट्र को एक सुदृढ़ और स्थायी भविष्य प्रदान करती है। भारत जैसे देश में, जहाँ युवा जनसंख्या विश्व में सबसे अधिक है, युवाओं को शिक्षित करना राष्ट्र का परम दायित्व है क्योंकि यही युवा शक्ति वर्तमान की ऊर्जा और भविष्य की आशा हैं।
इसी महान उद्देश्य की पूर्ति हेतु मैंने पंडित यज्ञ नारायण पी.जी. कॉलेज की नींव रखी। यह मेरे शिक्षा के क्षेत्र में पहला बड़ा प्रयास था, और मुझे गर्व है कि यह कॉलेज शिक्षा के इस विराट मार्ग में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बनकर उभरा है।
एक शिक्षाविद् के रूप में, मेरा कर्तव्य और उत्तरदायित्व था कि मैं अपने क्षेत्र के युवाओं को केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाली, रोजगारपरक और सस्ती शिक्षा प्रदान करूं, ताकि हमारे ग्रामीण क्षेत्र के छात्र और छात्राएँ समाज और राष्ट्र की मुख्य धारा से जुड़ सकें।
आज जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूँ, तो इस संस्थान की सफलता और इसकी उपलब्धियाँ मेरे लिए अत्यंत गर्व का विषय हैं। मुझे यह भलीभांति ज्ञात था कि समाज का चतुर्दिक विकास बिना शिक्षा के संभव नहीं है, और इसी विचार के साथ पंडित यज्ञ नारायण पी.जी. कॉलेज की स्थापना की गई। यह संस्थान शिक्षा के उच्चतम मानकों और शिक्षण में संलग्न है, और अपने विद्यार्थियों को उनके सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
मैं क्षेत्र की जनता और अभिभावकों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ, जिनके निरंतर सहयोग और समर्थन के बिना यह सब संभव नहीं हो पाता। साथ ही, मैं कॉलेज के प्राचार्य, शिक्षकगण, और समस्त शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का भी अभिनंदन करता हूँ, जिनकी निष्ठा और परिश्रम के कारण यह संस्थान एक सुंदर और समृद्ध उपवन के रूप में विकसित हो पाया है, जिससे सभी लाभान्वित हो रहे हैं।